यदि हम पूर्ण रूप से ईमानदार होते तो हम में से बहुत से लोग ऐसा जीवन जीना पसन्द करते जो निरन्तर रूप से शांत और चिन्तामुक्त है | यही हमारी कल्पना है या मानसिकता है | परन्तु उस दृश्यलेख के साथ समस्या यह है कि यह वृद्धि के लिए कोई मौका नहीं देता है | क्योंकि चाहे हम इसे पसन्द करें या न करें, परन्तु वास्तविकता यह है कि संघर्ष जिनका हम जीवन में सामना करते हैं वे वो बिल्कुल चीज है जो हमारे चरित्र और विश्वास को गढ़ता है और हमें ऐसे मनुष्य के ढांचे में ढालता है जैसा परमेश्वर चाहता है कि हम हों|
जब परीक्षाएं हमारी शिक्षक बनती हैं
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August 5, 2024 • Dr. David Jeremiah
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प्रयत्न, परखना और विजय