जब समय कठिन होते हैं तो हम अकसर अपने मित्रों पर सहायता, प्रेम और समझ के लिए आश्रित रहते हैं | अय्यूब इस संबंध में भाग्यशाली नहीं था क्योंकि उसके मित्रमंडल ने उत्साहित करने के बदले उस पर दोष लगाते और आलोचना करते रहे | लेकिन अपने मित्रों का विरोध करने के बजाय अय्यूब ने परमेश्वर को जवाब दिया | इसके बदले, उसने प्रकट किया क्या ही महिमामय, पवित्र और सर्वसामर्थी परमेश्वर है जिसकी सेवा उसने तब की – और आज भी हम उसकी सेवा करते हैं |
अय्यूब का सुसमाचार
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August 20, 2024 • Dr. David Jeremiah
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प्रयत्न, परखना और विजय