अक्सर परमेश्वर को आराधना करने लिए हमारी इच्छा इस बात से बंधी रहती है कि हम जीवन के बारे कैसे महसूस करते हैं | यदि जीवन अच्छा है, हम आसानी से आराधना करते हैं; यदि जीवन कठिन है तो हम नहीं करते हैं | परन्तु आराधना परिस्तिथियों से बंधे रहना चाहिए | मसीहियों को आराधना निरंतर करनी चाहिए इसके परवाह किये बिना कि जीवन क्या दिशा लेगी |
मुश्किल समाय में आराधना
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October 17, 2024 • Dr. David Jeremiah
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